WORKSHEET-1
कार्यपत्रिका-1
चतुर्थीविभक्त्यासः
विभक्तिः |
अकारान्त
(पुल्लिङ्ग) |
||
चतुर्थी |
बालकाय |
बालकाभ्याम् |
बालकेभ्यः |
अकारान्त (नपुंसकलिङ्ग) |
|||
फलम् |
फले |
फलानि |
|
आकारान्त (स्त्रीलिङ्ग) |
|||
लतायै |
लताभ्याम् |
लताभ्यः |
|
इकारान्त (पुल्लिङ्ग) |
|||
हरये |
हरिभ्याम् |
हरिभ्यः |
|
इकारान्त (स्त्रीलिङ्ग) |
|||
मतये/मत्यै |
मतिभ्याम् |
मतिभ्यः |
|
ईकारान्त (स्त्रीलिङ्ग) |
|||
नद्यै |
नदीभ्याम् |
नदीभ्यः |
|
उकारान्त (पुल्लिङ्ग) |
|||
गुरवे |
गुरुभ्याम् |
गुरुभ्यः |
|
ऊकारान्त (स्त्रीलिङ्ग) |
|||
वध्यै |
वधूभ्याम् |
वधूभ्यः |
प्र.1.
नमः शब्दस्य रुच्यर्थशब्दस्य च योगे चतुर्थी विभक्तिः भवति। उदाहरणमनुसृत्य अधः
दत्तानि रिक्तस्थानानि पूरयत।
(क) तस्मै ____________ नमः। (देव) ___________ तपः रोचते। (भक्त)
(ख)
____________
मिष्टान्नं रोचते। (बालक) ___________ फलं रोचते।(जनक)
(ग)
तस्मै ___________नमः। (गुरु) ___________ नमः।(सूर्य)
(घ)
______________ कूर्दनं रोचते।(वानरः) ___________ नमः।(लता)
(ड़)
______________
मधुरं रोचते।(बालिका)।
____________ नमः।(मित्रं)
प्र.2.
चतुर्थी विभक्तेः रुपाणि लिखित्वा रिक्तस्थानानि पूरयत।
क्रम |
शब्दाः |
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
1 |
पिता |
पित्रे |
पितृभ्याम् |
पितृभ्यः |
2 |
मतिः |
मतये/मत्यै |
मतिभ्याम् |
मतिभ्यः |
3 |
नदी |
नद्यै |
नदीभ्याम् |
नदीभ्यः |
4 |
वारिः |
वारये |
वारिभ्याम् |
वारिभ्यः |
5 |
मधु |
मध्वै |
मधुभ्याम् |
मधुभ्यः |
6 |
लता |
लतायै |
लताभ्याम् |
लताभ्यः |
प्र.3. तुभ्यं किं किं रोचते ? पञ्चवाक्यैः लिखत।
क्रम |
शब्दाः |
वाक्याः |
1 |
मह्यं |
मह्यं
मिष्टान्नं रोचते। |
2 |
मह्यं |
मह्यं
संस्कृतं रोचते। |
3 |
मह्यं |
मह्यं
भ्रमणं रोचते। |
4 |
मह्यं |
मह्यं
पठनं रोचते। |
प्र.4.
चतुर्थी विभक्तियुक्तपदं चित्वा पृथक् लिखत।
गुरुः रामाय उपदेशं ददाति। तेभ्यः शयनं रोचते। देव्यै भक्तिः रोचते। सः बालिकायै पुस्तकं ददाति। |
रामाय तेभ्यः देव्यै बालिककायै |
---------- इति
0 टिप्पणियाँ